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रक्षाबंधन sepcial कविता बहनो के लिए

थोड़ी शरारती प्यारी सी बहने, थोड़ी झगड़ति  फिर रूठती मनाती  प्यारी सी बहने, बचपने में भी माँ जितने स्नेह  का दर्पण बन जाती, भाई की हर बड़ी गलती छुपाती प्यारी सी बहने। अपनी तकलीफो की परवाह न करना, मातापिता हर कहे पर अमल करना , बचपन मे ही समझदार हो जाती प्यारी सी बहने।  अपनी पायल की छम छम से पूरा घर सर पे उठती, धन्य है वो घर जहाँ बेटीया होती हैं माँ, बहन पत्नी और अनेको रंग के मोती पिरोती हैं मोती पिरोती है, अपने हिस्से की हर खुशी अपने भाई के लिए संजोती है बहने ऐसी होती है जिंदगी भर जिस मकान को अपनी हलचल, दुलार प्रेम से घर बनाती है फिर एक दिन भाई के कंधों पर डोली में विदा हो जाती है बहने अपने है घर मे मेहमान सी होती है बहने ऐसी होती है। बहने ऐसी होती है।बहने ऐसी होती है।। हैप्पी रक्षा बंधन| लेखक अभिषेक सिंह ठाकुर 9302761661

बैटल रोप वर्कआउट-हेल्थ की कलम से

बैटल रोप वर्कआउट आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सभी आयु वर्ग के लोग एक्सरसाइज और फिटनेस पर काफी ध्यान देने लगे हैं आज एक ऐसे वर्कआउट के बारे में हम बात करेंगे जो शरीर को आकार देने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में काफी मददगार है. बैटल रोप एक ऐसा वर्कआउट है जिसे सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी तक  अपने वर्कआउट में शामिल करना चाहता है. बैटल रोप कैसे करें -   सबसे पहले जमीन पर खड़े हो जाए. अपने दोनों पैरों की एड़ी को उठाएं और एड़ी के बल जमीन पर खड़े हो जाए. आप जमीन पर एड़ी को इस तरह से उठाएं कि शरीर का संपूर्ण भाग इसी   पर  टीका  रहे.  बैटल रोप करने के लिए रस्सी के दोनों सिरों को दोनों हाथों में पकड़े. अपने शरीर को और हल्का  सा झुकाए  लेकिन ध्यान दें  शरीर की पीछे की ओर जरा सा भी  न  झुके.  अब   रस्सियों  को इस तरह से ऊपर की ओर  उछालने की कोशिश करें की रस्सियों से टेढ़ी-मेढ़ी तरंगों की आकृति बने .  सारा ध्यान इसी और लगाएं क्योंकि बैटल रोप का यही खास हिस्सा है. बैटल  रोप करने के फायदे- .   मसल्स स्ट्रांग     इस एक्सरसाइज में शरीर की  मांसपेशियों को अलग अलग तरीकों से  ट्रेंड  किया जाता

फिटनेस अवेयरनेस

फिटनेस अवेयरनेस आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में सभी चाहे वह किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति  हो या महिलाएं हूं सभी अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य को लेकर अवेयर हैं.   वर्कआउट से ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है.  हार्ट डिजीज ओबेसिटी, थायराइड,  शुगर आदि बीमारियां होने की आशंका कम रहती हैं. शरीर को कॉन्फिडेंस और संतुलित बनाता है व्यायाम  और योग. फिटनेस बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज में डिफरेंट  फिटनेस प्लांस भी शामिल है.  जिनमें कार्डियो,  जुंबा, एरोबिक्स, क्रॉसफिट, किक बॉक्सिंग, योगा, पावर योगा, मेडिटेशन,  स्ट्रैंथ वर्कआउट आदि शामिल है.  इसके साथ डांस को भी एक बेस्ट एक्सरसाइज माना जाता है. डांस वर्कआउट भी लेडीस को काफी पसंद आ रहा है जिसमें भांगड़ा डांस स्टेप के साथ फिटनेस बनाई जाती है. आज के विशेष शेड्यूल में आदमी ,औरतें और बच्चे रोजाना  अपने शेड्यूल में थोड़ा सा समय वर्कआउट या योगा मेडिटेशन के लिए   निकाल रहे हैं.       और अगर बात की जाए वूमेंस की   तो  अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर काफी जागरूक है एक्सपर्ट्स के मुताबिक यदि 45 मिनट का वकआउट किया जाए तो लग 400 से 600 कैलोरीज बर्न कर सकते हैं. ड

बालों को स्वस्थ कैसे रखे- हेल्थ की कलम से

बालों को स्वस्थ कैसे  रखें बारिश का मौसम शुरू हो गया है और इस मौसम में बालों का झड़ना और डेंड्रफ होना  एक   आम समस्या हो जाती है ,  तो आइए जानता है की  इस मौसम में बालों का ध्यान कैसे रखा जाए . चेरी       चेरी स्कैल्प के पीएच स्तर को संतुलित करता है बालों की बढ़ोतरी के लिए  महत्वपूर्ण है इसमें विटामिन ए,  बी, के  और ई होते हैं,  जो बालों को पोषण प्रदान करते हैं. बालों को और  स्कैल्प को हाइड्रेट भी रखते हैं.   चेरी ब्लड सरकुलेशन सुधार कर बालों को झड़ने से भी रूकती है.   इस्तेमाल करना-  एक मुट्ठी चेहरे ले और उस को पीसकर उसका रस निकाल लें. इस रस को बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे तक लगा रहने दें.  इसे अच्छे से पानी से धोना है. . आलूबुखारा         इसमें विटामीन सी से भरपूर होता है. सिर पर होने वाली  खुजली व जलन को दूर करता है. स्कैल्प पर रोम छिद्रों को  खोलने में मददगार होता है.  बालो की वृद्धि  बहुत तेजी से होती है.  आलू बुखारा सिर में ठीक करता है कि बालों को पोषण मिले.  विटामिन ई और विटामिन सी दोनों मौजूद होते है. इस्तेमाल करना-   आलूबुखारे कि वह बीच को निकाल दे और उसके ग

हिमा दास-19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली धावक हैं.-स्पोर्ट्स की कलम से

हिमा दास 19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली  19 वर्षीय हिमा दास एक  कुशल धावक है.   हिमा दास ने भारत को पांच गोल्ड जीता कर गौरवान्वित किया है. आज बात करते हैं हिमा दास के बारे में  जो कि सिर्फ 19 वर्ष की है और   19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली धावक  हैं. हिमा दास का जन्म 9 जनवरी 2000 को  नगांव जिले के  धिंग गांव में हुआ  था. हिमा एक साधारण किसान परिवार से हैं. हिमा दास स्कूल के समय से ही  फुटबॉल खेलती थी और एक स्ट्राइकर के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहती थी.   हिमा को धावक के रूप में अपनी पहचान बनाने की सलाह जवाहर नवोदय विद्यालय के शारीरिक शिक्षक शमशुल हक ने दी थी.  उनकी सलाह पर हिमा  ने दौड़ना शुरू किया.    3 साल पहले ही रेसिंग ट्रैक पर कदम रखा. हिमा के परिवार की आर्थिक स्थिति  अच्छी नहीं थी. हिमा के कोच  नीपोन ने कहा की हिमा दास जैसी कम उम्र में ऐसी धावक नहीं देखी. हिमा दास ने अपना आधा वेतन असम में आई हुई बाढ़ के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दी है 19 दिनों के अंदर  हिमा  दास ने पाॅच गोल्ड जीते. . पहला गोल्ड   दो जुलाई को पोलैंड में  पोजनन  एथलेटिक्स ग्रांड  पि

हम दूसरों की सफलता से दुखी क्यों होते हैं- मोटिवेशनल

हम दूसरों की सफलता से दुखी क्यों होते हैं आज का दौर चुनौतियों का दौर है हम हर समय किसी न किसी कार्य में इस व्यस्तता में हम बिल्कुल भी मन की बात किसी को बताने में असमर्थ है और यही असम आगे जाकर हमारे लिए स्ट्रेस दुख एंजाइटी का कारण बन जाती है कम होने का नाम नहीं लेते और यही कारण से हम अपना सेल्फ कॉन्फिडेंस भी खो देते हैं यह छोटी-छोटी बातों में   गुस्सा हो जाते हैं| जैसा कि मैंने कहा दोस्तों यह तो और एक चुनौतियां का दौर है हम किसी न किसी  चुनौती का सामना कर रहे हैं हम अपने दुख में तो दुखी है ही साथ ही साथ  दूसरों के दुख हो मैं भी दुखी हैं  हम दुखी सदैव ही रहेंगे हमने अपने मन को ऐसा बना लिया है जब हमारे मन का होता है हम थोड़ा और जो हमारे मन का नहीं होता है तो हम दुखी हो जाते हैं जाने किसने किसी हाल में हम दुखी है अपने अपने मन को इस तरह बना लिया है कि हमें दुखी ही रहना है सर्वप्रथम तो हमें अपने पर ध्यान देना शुरू करना चाहिए आपको क्या करना है अगर आप सड़क पर खड़े हो जाएं और लोगों को देखें आप आएंगे कि लोग हंस रहे हैं खेल रहे हैं मुस्कुरा रहे हैं अंदर से कौन आदमी कौन से समस्या में यह क

शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्व - हेल्थ की कलम से

 शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्व  वर्तमान समय में  सभी आयु वर्ग के लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति बेहद सजग और सतर्क है. आज हम बात करेंगे कि हमारे शरीर के किस अंग को किन पोषक तत्व की जरूरत होती है क्योंकि अलग-अलग अंगों को अलग की पोषक तत्व की जरूरत होती है.        आज हम बात करते हैं  कुछ विशेष पोषक तत्व जिन्हें हम अपनी डाइट में शामिल कर स्वस्थ रह सकते हैं. .  त्वचा के लिए बादाम      बादाम से शरीर में प्रोटीन,  विटामिंस और मिनरल्स की कमी होती है त्वचा से संबंधित शाम को दूर करने के लिए बादाम बहुत लाभकारी है रात में बादाम मिलाकर रखें रोज सुबह इसका सेवन करें बादाम को दूध के साथ भी पी सकते हैं इसे नियमित रूप से पीने से त्वचा की चमक बढ़ती है. .   स्वस्थ रखने के लिए  अखरोट      दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए अखरोट और फिश खाना फायदेमंद है उनमें पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं दिमाग की ताकत को बढ़ाते हैं अखरोट खाने से  दिमाग की याददाश्त बढ़ती है.  यदि कोई डिप्रेशन का शिकार है तो अपनी डाइट में अखरोट शामिल करना चाहिए  मन परिवर्तन  की समस्या से बचने में हेल्प मिलती है .    आंखों क