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Showing posts from 2019

रक्षाबंधन sepcial कविता बहनो के लिए

थोड़ी शरारती प्यारी सी बहने, थोड़ी झगड़ति  फिर रूठती मनाती  प्यारी सी बहने, बचपने में भी माँ जितने स्नेह  का दर्पण बन जाती, भाई की हर बड़ी गलती छुपाती प्यारी सी बहने। अपनी तकलीफो की परवाह न करना, मातापिता हर कहे पर अमल करना , बचपन मे ही समझदार हो जाती प्यारी सी बहने।  अपनी पायल की छम छम से पूरा घर सर पे उठती, धन्य है वो घर जहाँ बेटीया होती हैं माँ, बहन पत्नी और अनेको रंग के मोती पिरोती हैं मोती पिरोती है, अपने हिस्से की हर खुशी अपने भाई के लिए संजोती है बहने ऐसी होती है जिंदगी भर जिस मकान को अपनी हलचल, दुलार प्रेम से घर बनाती है फिर एक दिन भाई के कंधों पर डोली में विदा हो जाती है बहने अपने है घर मे मेहमान सी होती है बहने ऐसी होती है। बहने ऐसी होती है।बहने ऐसी होती है।। हैप्पी रक्षा बंधन| लेखक अभिषेक सिंह ठाकुर 9302761661

बैटल रोप वर्कआउट-हेल्थ की कलम से

बैटल रोप वर्कआउट आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सभी आयु वर्ग के लोग एक्सरसाइज और फिटनेस पर काफी ध्यान देने लगे हैं आज एक ऐसे वर्कआउट के बारे में हम बात करेंगे जो शरीर को आकार देने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में काफी मददगार है. बैटल रोप एक ऐसा वर्कआउट है जिसे सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी तक  अपने वर्कआउट में शामिल करना चाहता है. बैटल रोप कैसे करें -   सबसे पहले जमीन पर खड़े हो जाए. अपने दोनों पैरों की एड़ी को उठाएं और एड़ी के बल जमीन पर खड़े हो जाए. आप जमीन पर एड़ी को इस तरह से उठाएं कि शरीर का संपूर्ण भाग इसी   पर  टीका  रहे.  बैटल रोप करने के लिए रस्सी के दोनों सिरों को दोनों हाथों में पकड़े. अपने शरीर को और हल्का  सा झुकाए  लेकिन ध्यान दें  शरीर की पीछे की ओर जरा सा भी  न  झुके.  अब   रस्सियों  को इस तरह से ऊपर की ओर  उछालने की कोशिश करें की रस्सियों से टेढ़ी-मेढ़ी तरंगों की आकृति बने .  सारा ध्यान इसी और लगाएं क्योंकि बैटल रोप का यही खास हिस्सा है. बैटल  रोप करने के फायदे- .   मसल्स स्ट्रांग     इस एक्सरसाइज में शरीर की  मांसपेशियों को अलग अलग तरीकों से  ट्रेंड  किया जाता

फिटनेस अवेयरनेस

फिटनेस अवेयरनेस आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में सभी चाहे वह किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति  हो या महिलाएं हूं सभी अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य को लेकर अवेयर हैं.   वर्कआउट से ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है.  हार्ट डिजीज ओबेसिटी, थायराइड,  शुगर आदि बीमारियां होने की आशंका कम रहती हैं. शरीर को कॉन्फिडेंस और संतुलित बनाता है व्यायाम  और योग. फिटनेस बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज में डिफरेंट  फिटनेस प्लांस भी शामिल है.  जिनमें कार्डियो,  जुंबा, एरोबिक्स, क्रॉसफिट, किक बॉक्सिंग, योगा, पावर योगा, मेडिटेशन,  स्ट्रैंथ वर्कआउट आदि शामिल है.  इसके साथ डांस को भी एक बेस्ट एक्सरसाइज माना जाता है. डांस वर्कआउट भी लेडीस को काफी पसंद आ रहा है जिसमें भांगड़ा डांस स्टेप के साथ फिटनेस बनाई जाती है. आज के विशेष शेड्यूल में आदमी ,औरतें और बच्चे रोजाना  अपने शेड्यूल में थोड़ा सा समय वर्कआउट या योगा मेडिटेशन के लिए   निकाल रहे हैं.       और अगर बात की जाए वूमेंस की   तो  अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर काफी जागरूक है एक्सपर्ट्स के मुताबिक यदि 45 मिनट का वकआउट किया जाए तो लग 400 से 600 कैलोरीज बर्न कर सकते हैं. ड

बालों को स्वस्थ कैसे रखे- हेल्थ की कलम से

बालों को स्वस्थ कैसे  रखें बारिश का मौसम शुरू हो गया है और इस मौसम में बालों का झड़ना और डेंड्रफ होना  एक   आम समस्या हो जाती है ,  तो आइए जानता है की  इस मौसम में बालों का ध्यान कैसे रखा जाए . चेरी       चेरी स्कैल्प के पीएच स्तर को संतुलित करता है बालों की बढ़ोतरी के लिए  महत्वपूर्ण है इसमें विटामिन ए,  बी, के  और ई होते हैं,  जो बालों को पोषण प्रदान करते हैं. बालों को और  स्कैल्प को हाइड्रेट भी रखते हैं.   चेरी ब्लड सरकुलेशन सुधार कर बालों को झड़ने से भी रूकती है.   इस्तेमाल करना-  एक मुट्ठी चेहरे ले और उस को पीसकर उसका रस निकाल लें. इस रस को बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे तक लगा रहने दें.  इसे अच्छे से पानी से धोना है. . आलूबुखारा         इसमें विटामीन सी से भरपूर होता है. सिर पर होने वाली  खुजली व जलन को दूर करता है. स्कैल्प पर रोम छिद्रों को  खोलने में मददगार होता है.  बालो की वृद्धि  बहुत तेजी से होती है.  आलू बुखारा सिर में ठीक करता है कि बालों को पोषण मिले.  विटामिन ई और विटामिन सी दोनों मौजूद होते है. इस्तेमाल करना-   आलूबुखारे कि वह बीच को निकाल दे और उसके ग

हिमा दास-19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली धावक हैं.-स्पोर्ट्स की कलम से

हिमा दास 19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली  19 वर्षीय हिमा दास एक  कुशल धावक है.   हिमा दास ने भारत को पांच गोल्ड जीता कर गौरवान्वित किया है. आज बात करते हैं हिमा दास के बारे में  जो कि सिर्फ 19 वर्ष की है और   19 दिनों के अंदर 5 गोल्ड जीतने वाली धावक  हैं. हिमा दास का जन्म 9 जनवरी 2000 को  नगांव जिले के  धिंग गांव में हुआ  था. हिमा एक साधारण किसान परिवार से हैं. हिमा दास स्कूल के समय से ही  फुटबॉल खेलती थी और एक स्ट्राइकर के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहती थी.   हिमा को धावक के रूप में अपनी पहचान बनाने की सलाह जवाहर नवोदय विद्यालय के शारीरिक शिक्षक शमशुल हक ने दी थी.  उनकी सलाह पर हिमा  ने दौड़ना शुरू किया.    3 साल पहले ही रेसिंग ट्रैक पर कदम रखा. हिमा के परिवार की आर्थिक स्थिति  अच्छी नहीं थी. हिमा के कोच  नीपोन ने कहा की हिमा दास जैसी कम उम्र में ऐसी धावक नहीं देखी. हिमा दास ने अपना आधा वेतन असम में आई हुई बाढ़ के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दी है 19 दिनों के अंदर  हिमा  दास ने पाॅच गोल्ड जीते. . पहला गोल्ड   दो जुलाई को पोलैंड में  पोजनन  एथलेटिक्स ग्रांड  पि

हम दूसरों की सफलता से दुखी क्यों होते हैं- मोटिवेशनल

हम दूसरों की सफलता से दुखी क्यों होते हैं आज का दौर चुनौतियों का दौर है हम हर समय किसी न किसी कार्य में इस व्यस्तता में हम बिल्कुल भी मन की बात किसी को बताने में असमर्थ है और यही असम आगे जाकर हमारे लिए स्ट्रेस दुख एंजाइटी का कारण बन जाती है कम होने का नाम नहीं लेते और यही कारण से हम अपना सेल्फ कॉन्फिडेंस भी खो देते हैं यह छोटी-छोटी बातों में   गुस्सा हो जाते हैं| जैसा कि मैंने कहा दोस्तों यह तो और एक चुनौतियां का दौर है हम किसी न किसी  चुनौती का सामना कर रहे हैं हम अपने दुख में तो दुखी है ही साथ ही साथ  दूसरों के दुख हो मैं भी दुखी हैं  हम दुखी सदैव ही रहेंगे हमने अपने मन को ऐसा बना लिया है जब हमारे मन का होता है हम थोड़ा और जो हमारे मन का नहीं होता है तो हम दुखी हो जाते हैं जाने किसने किसी हाल में हम दुखी है अपने अपने मन को इस तरह बना लिया है कि हमें दुखी ही रहना है सर्वप्रथम तो हमें अपने पर ध्यान देना शुरू करना चाहिए आपको क्या करना है अगर आप सड़क पर खड़े हो जाएं और लोगों को देखें आप आएंगे कि लोग हंस रहे हैं खेल रहे हैं मुस्कुरा रहे हैं अंदर से कौन आदमी कौन से समस्या में यह क

शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्व - हेल्थ की कलम से

 शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्व  वर्तमान समय में  सभी आयु वर्ग के लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति बेहद सजग और सतर्क है. आज हम बात करेंगे कि हमारे शरीर के किस अंग को किन पोषक तत्व की जरूरत होती है क्योंकि अलग-अलग अंगों को अलग की पोषक तत्व की जरूरत होती है.        आज हम बात करते हैं  कुछ विशेष पोषक तत्व जिन्हें हम अपनी डाइट में शामिल कर स्वस्थ रह सकते हैं. .  त्वचा के लिए बादाम      बादाम से शरीर में प्रोटीन,  विटामिंस और मिनरल्स की कमी होती है त्वचा से संबंधित शाम को दूर करने के लिए बादाम बहुत लाभकारी है रात में बादाम मिलाकर रखें रोज सुबह इसका सेवन करें बादाम को दूध के साथ भी पी सकते हैं इसे नियमित रूप से पीने से त्वचा की चमक बढ़ती है. .   स्वस्थ रखने के लिए  अखरोट      दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए अखरोट और फिश खाना फायदेमंद है उनमें पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं दिमाग की ताकत को बढ़ाते हैं अखरोट खाने से  दिमाग की याददाश्त बढ़ती है.  यदि कोई डिप्रेशन का शिकार है तो अपनी डाइट में अखरोट शामिल करना चाहिए  मन परिवर्तन  की समस्या से बचने में हेल्प मिलती है .    आंखों क

बारिश के मौसम में कैसे करें त्वचा की देखभाल-हेल्थ की कलम से

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बारिश के मौसम में कैसे करें त्वचा की देखभाल :- मौसम बदलने के साथ ही की देखभाल भी जरूरी हो जाती है और बारिश के मौसम में तो कभी पानी गिर रहा है यह कभी तेज धूप होने से इसका त्वचा पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है. इस मौसम में हमारी त्वचा ऑइली या चिपचिपी सी होने लगती है आज हम जानते हैं कि कुछ ऐसे फेस पैक  और फेस मास्क हैं जिनसे बरसात के मौसम में भी हम अपनी त्वचा को चमकदार रख सकते हैं चेहरे की  अशुद्धियों को  चेहरे  से निकालने के लिए फेस पैक का यूज़ करना चाहिए.  किसी भी फेस पैक को 15 से 20 मिनट तक ही चेहरे पर लगाना पड़ता है और उसके बाद उसे साधारण पानी से धोना होता है इससे आप देखेंगे कि चेहरे पर उभरे  निशान और यदि कोई दाग है  वह भी धीरे-धीरे जाने लगेंगे और चेहरा सुंदर और चमकदार नजर आएगा. हमारे चेहरे से  डेड स्किन निकालने के लिए  फेस मास्क का उपयोग किया जाता है इसे चेहरे पर लगाकर थोड़ी देर तक रखना पड़ता है इसमें समय थोड़ा ज्यादा लगता है यह 20 से 30 मिनट भी ले सकता है. जब फेस मास्क चेहरे पर सेट हो जाए और सूख जाए तो इसे धीरे-धीरे खींच कर निकाला जाता है फेस मास्क त्वचा में कसाव लाता है और झु

वर्ल्ड ऑफ डांस सीजन 3 एक अद्भुतएक्सपीरियंस

वर्ल्ड ऑफ डांस सीजन 3,  2019 एक  अद्भुतएक्सपीरियंस था मुझे एक भारतीय होने के नाते गर्व भी बहुत हुआ वर्ल्ड ऑफ डांस यह अमेरिका का एक डांस रियलिटी शो है जोकि 26 फरवरी 2019 से 5 मई 2019 तक एनबीसी पर प्रसारित हुआ इस में जज की भूमिका  जेनिफर लोपेज, पूर्वोत्तर  यो  और डेरिक हफ  ने निभाई.   इसमें होस्टिंग स्कॉट इवांस ने की. रियलिटी शो कि जो  विनर टीम है,  मुंबई भारत की किंग यूनाइटेड है.  किंग्स यूनाइटेड या  किंग्स यूनाइटेड ऑफ इंडिया  जिसे  इंटरनेशनल लेवल पर दकिंग्स  के नाम से जाना जाता है.   मुंबई महाराष्ट्र के बसई शहर का एक भारतीय हिप हॉप, स्टंट, थिएटर नृत्य समूह है.  इस डांस  शो से उनकी तीन प्रदर्शन एमी पुरस्कार के लिए नामांकित हुए हैं.. किंग यूनाइटेड भारतीय मूल की टीम ने 100 नंबर अंकों के साथ प्रतियोगिता को जीता. इस प्रतियोगिता में 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि जीती. जोकि 80% टीम में बांटी जाएगी. 3 जनवरी 2016 को सुरेश मुकुंद  ने वसई में अपनी खुद की डांस अकैडमी खोली जिसे किंग्स यूनाइटेड किंगडम ऑफ आर्ट  क नाम दिया.  इसका  उद्घाटन कोरियोग्राफर  रेमो डिसूजा  एक्टर वरुण धवन

बारिश में खुद को कैसे संक्रमण से बचाए स्वस्थ रहे - हेल्थ की कलम से

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बारिश में खुद को कैसे संक्रमण से बचाए स्वस्थ रहे चाए स्वस्थ रहे हेल्थ की क़लम से में आप सभी को नमस्कार आज हम बारिश से हीन वाले संक्रमण व बचाव के बारे में जानेंगे। बारिश का मौसम आ गया है और बारिश के पानी में भीग कर बच्चों के साथ साथ बड़ों को भी आनंद आता है बारिश के आने से गर्मी में तो राहत मिलती ही है पर साथ ही साथ इसके साथ कई बीमारियां भी चली आती है .  बारिश में अगर धानी नहीं बरती गई तो कई खतरनाक बीमारियां होने का डर रहता है तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी सावधानी जिनसे की बीमारियों से बचा जा सकता है .    बारिश में अक्सर लोगों को  तली भुनी  चीजें , स्नैक्स खाने का मन करता है.  बारिश के मौसम में इन चीजों से जितना  ही दूर रहा जाए उतना ही स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है.  बारिश के मौसम में हमारी पाचन शक्ति भी धीमी हो जाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है.  ऐसे में  मसालेदार खानों से , जंक फूड खाने से परहेज करें.  बरसात के मौसम में हल्का भोजन और तरल पदार्थों का सेवन करना  ही उत्तम है. .    बरसात के मौसम में  नमी  के कारण कई तरह के इन्फेक्शन होने का भी खतरा बढ़ जाता है ऐसे में

सौंफ के लाभकारी गुण जो आप नही जानते -हेल्थ की कलम से

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सौंफ के गुण सब्जियों और व्यंजनों को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए सौंफ  का उपयोग मसालों के रूप में किया जाता है  हरी सौंफ बहुत ही स्वादिष्ट व मधुर होती है खाने में. आप सिर्फ खाना कुछ स्वादिष्ट ही नहीं बनाती बल्कि इसका उपयोग कई बीमारियों में आराम पाने के लिए भी औषधि के रूप में किया जाता है सौफ विशेषज्ञों के अनुसार सौंफ मुंह की दुर्गंध को नष्ट करती है सौंफ का सेवन नसे पित्त विकार ,उदर शूल, गैस , कफ विकार आदि बीमारियां नष्ट होती हैं आइए जानते हैं सौंफ के कुछ औषधीय गुण जो निम्न हैं 1.    सौंफ का अर्क 10 ग्राम मात्रा में लेकर  शहद के साथ इसका सेवन करने से खांसी से छुटकारा मिलता है 2.   सौंफ को पानी में उबालकर, कपड़े से छानकर बच्चों को पिलाने से उधर के वायु विकार नष्ट होते हैं 3.   अधिक ऋतुस्त्राव होने पर सौंफ का सेवन करने से  बहुत लाभ होता है 4.   गाजर के रस में हरी सौंफ का रस मिलाकर सेवन करने से बता दी रोग नष्ट होता है आंखों की ज्योति तीव्र होती है 5.     सौंफ के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से पाचन क्रिया तेज होती है 6.   सौंफ को कूटकर चूर्ण बनाकर रखें और 5 ग्राम चूर

अदरक के चमत्कारी औषधिय गुण -हेल्थ की कलम से

अदरक तो आइए आज जानते हैं अदरक के बारे में जोकि सिर्फ खाने को स्वादिष्ट नहीं बनाता  बल्कि औषधि के रूप में भी काम आता है अदरक के सेवन से पाचन क्रिया तेज हो जाती है और जो भी सब कुछ खाया पिया होता है वह जल्दी पच जाता है अदरक के सेवन से बहुत  कीटाणु जल्दी ही नष्ट हो जाते हैं अदरक के सेवन से कफ और वायु के विकार शीघ्रता से नष्ट होते हैं अदरक का रस अमाशय में आहार के पाचन में बहुत सहायता करता है आइए जान लेते हैं कि अदरक के कुछ औषधीय उपयोग 1.    ठंडी की ऋतु में कफ होने के कारण गले में खराश होने लगती है इस पर अदरक के 7-8 ग्राम रस में शहद मिलाकर चाटने से बहुत लाभ होता है और इससे खांसी मैं भी आराम मिलता है 2.    माइग्रेन होने पर नाक में अदरक के रस की बूंदे टपकाने से बहुत लाभ होता है 3.    ताजी अदरक का नीबू का रस दोनों बराबर मात्रा में लेकर रस में सेंधा नमक मिलाकर भोजन से पहले इसका सेवन करने से अपच की जो विकृति है वह नष्ट हो जाती है 4.   तेज बुखार है तो 5 ग्राम अदरक के रस में ग्राम शहद मिलाकर चाट कर खाने से  बेचैनी और घबराहट में आराम मिलता है 5.   अदरक का रस हल्का गर्म करके बूंद

खांसी से सुरक्षा के कुछ घरेलु सुझाव या टिप्स -हेल्थ की कलम से

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खांसी से सुरक्षा के कुछ घरेलु सुझाव या टिप्स -हेल्थ की कलम से हेल्थ की कलम से मे आपका स्वागत है दोस्तो, छोटे बच्चों को किसी भी मौसम में खासी हो जाना एक साधारण बात है  अधिकतर खांसी होने पर स्कूल जाने वाले बच्चे पीड़ित होते हैं व मांबाप परेशान ठंडी में तो ठंड लगने से खांसी होती है और बाकी मौसमों में भी  इनफेक्शन की वजह से खांसी होती है खाँसी-हेल्थ की कलम से गर्मियों में बाहर से धूप से आकर अचानक ठंड पानी पी लेने से और बाहर की चाट पकौड़े खाने से का संक्रमण आ जाता है ठीक से हाथ न धोना , मोबाइल को खासकर दूसरा का मोबाइल छूने से भी संक्रमण हो सकता है। खांसी होने पर बच्चों को बहुत पीड़ा होती है देर तक खाने से पेट में दर्द होने लगता है अगर बच्चों को खांसी आए तो उन्हें धूल मिट्टी व धूए सुरक्षित रखें आइए बात करते हैं इससे निजात पाने के घरेलू  उपाय .    अदरक के 3 ग्राम रस में शहद मिलाकर कुछ चाटने से कुश तुरंत आराम मिलता है इसके बाद थोड़ी देर पानी न दे। भले ही पहले दे सकते है। .   तुलसी के पौधे की पत्ती को पीसकर  प्याज का रस और  सोंठ  का बारीक चूर्ण शहद में मिलाकर  बच्चे को दिन

Supersunday, क्रिकेट विश्वकप इतिहास के लिए बड़ा दिन है आज का विश्वकप फाइनल-विश्वकप 2019-क्रिकेट की कलम से

supersunday, क्रिकेट  विश्वकप इतिहास के लिए बड़ा दिन है आज का विश्वकप फाइनल-विश्वकप 2019 पिछले लगभग 45 दिनों के रोमांचक मिकबलो के बाद आज वो सुपर संडे आ है गया  जो कि बहुत है रोमांच करने वाला होगा। हम भारतीय अपनी टीम की हर से अभी करीब करीब उबर है रहे है, वही अब इस बात पर भी चर्चा शुरू कर दी है कि विश्वकप 2019 का विजेता को हो सकता है न्यूसिलैंड या इंग्लैंड । इसमे कोई शक नही के इंग्लैंड की टीम शसक्त दिख रही है जेसोन रॉय जैसे खिलाड़ी की टीम में फिर से आ जाने से अंग्रज़ी टीम मज़बूत हुई है इसमें कोई दो राय नही है। जेसोन रॉय के बिना इंग्लैंड क्रिकेट टीम 3 मैच हरि थी। अंतिम 3 मैच जिस तरह से इंग्लैंड ने जीते है ऐसे में उनका दावा मजबूत दिख रहा है। नंबर 8 तक बल्लेबाजी क्रिस वोक्स के कारण मज़बूत हुई है। वही न्यूसिलैंड बिना किसी बड़े स्टार बल्लेबाज के बिना, व न है बहुत अधिक प्रशंसक है फिर भी वे अपने अच्छे खेल के दम पर यहाँ तक पहुच गए है। ट्रेटबोल्ट व मेट हेनरी को देखना दिलचस्प होगा  दोनों है शुरू व अंतिम ओवर में अच्छी गेंदबाजी करते है। मकल्लम एंड रास ट्रेलर को भी देखना दिलचस्प होगा।

एक अनुभव विपासना मैडिटेशन का-एक अनुभव

एक अनुभव विपासना मैडिटेशन का-एक अनुभव यह कहानी मेरी खुद के अनुभव पर आधारित है यह बात उस समय की है जब मैं मुम्बई में स्ट्रगल कर रहा था पिता जी से मात्र कुछ रुपये ले कर निकला था। मुम्बई के एक दोस्त ने मेरी बहुत मदद की। कुश टाइम भटकने के बाद मुझे मुबई में नौकरी भी मिली ,  मेरा कुश टाइम अपने रूम मैट्स की साथ बीता मेरा एक दोस्त रोज़ सुबह सुबह खिड़की के पास शयन मुद्रा में बैठा मिलत था वो कुश ही समय पहले  विदेश से लौट था मुझे इस बात पर उससे सवाल किया कि तुम यह किया कर रहे हो और तुम इन सब चीज़ों पर विश्वास करते हो, यह बात 2008 -09 की है ना उस समय इतना योग, प्राणायाम न ही प्रो टाइप की चीज़ों का समय था। उस समय मुझे उसने बताया इगत पुरि के थे ग्रेट पैगोडा के विपासना केंद्र के बारे में. कुश पारिवारिक समस्याओं के चलते मुझे वापस मुबई से घर आना पड़ा व बहुत से समस्याओ के चलते व अछि जॉब न मिल पाने से मैं बहुत अशांत रहने लगा था व मेरे पास टाइम ही टाइम था लेकिन मेरा सभी दोस्त अपने जॉब पर थे जो मुझे और परेशान करता था कि मैं ही खाली हूँ। मुझे अचानक है दोस्त के मैडिटेशन की बात याद आई। मैन इंटरनेट पर

दस्त (लूस मोशन)- दस्त हो तो क्या घरेलू नुस्खे अपनाया जाना चाहिए

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जब भोजन में तेल, मिर्च ,  घी ,मक्खन  और गरिष्ठ पदार्थ सेवन अधिक करने से दस्त   लगने लगता है. छोटे बच्चे कुछ ना कुछ हर समय खाते रहते हैं घर में कोई मिठाई हो तो पेट भर खाने की कोशिश करते हैं शिकार हो जाते हैं या तो और बासी भोजन के सेवन से भी दस्त की उत्पत्ति हो सकती हैं समय कुछ न कुछ खाते रहने से बदहजमी भी होती है उससे भी दस्त की उत्पत्ति हो जाती है दस्त करोगी बार बार शौच के लिए जाता है और पतले   दस्त होते हैं दस्त ज्यादा होने से रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है और वह बहुत कमजोर हो जाता है दस्त में पेट में दर्द और गड़गड़ाहट होती है कभी कभी पेट में कीड़े होने सभी दोस्त होते हैं दस्त तो आइए जानते हैं जब दस्त हो तो क्या घरेलू नुस्खे   अपनाया जाना चाहिए 1.     बेल का गूदा 20 ग्राम और 10 ग्राम गुड़ मिलाकर थोड़े से पानी के साथ सेवन करने से दस्त में आराम मिलता है 2.     पिपली,   सोंठ,  धनिया, अजवाइन और हरण को 5-5  ग्राम मात्रा में 500 ग्राम पानी में उबालकर, छानकर थोड़ा थोड़ा   ले.  इससे रोगी को आराम मिलेगा 3.      बेलगिरी को 10 ग्राम मात्रा में  सौंफ के अर्क में     घीसक

बदहजमी (अम्ल पित्त)-इसके कुछ घरेलू बचाव

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ज्यादा अधिक मिर्च मसाला खट्टी और चटपटी चीजें खाने से पाचन क्रिया वितरित होने लगती हैं बदहजमी की शिकायत होती है अम्लपित्त की उत्पत्ति पित्त की विकृति से होती है जैसे बाहर जाकर चाऊमीन मैगी फास्ट फूड पूरी कचोरी कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन ज्यादा से ज्यादा करता है उन्हें  इसकी शिकायत हमेशा रहती  है बदहजमी (अम्ल पित्त) जब अम्लपित्त रोग होता है तो खट्टी डकार आना गले और छाती में जलन होना पेट में भारीपन लगना और उल्टी जैसा लगना यह अम्लपित्त रोगी शिकायत होती है तो चलिए जानते हैं इसके कुछ घरेलू  बचाव 1.    10 ग्राम आमली  का रस लेकर  उसमें 5 ग्राम मिश्री मिलाकर दिन में दो तीन बार सेवन करें 2.     3 ग्राम अजवाइन को पीसकर 200 ग्राम नींबू का रस पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीने से अम्ल पित्त की परेशानी से निजात मिलती है 3.    मिश्री और जीरा को 10- 10 ग्राम मात्रा में  कूट पीसकर दो बार 3 ग्राम मात्रा में भोजन के साथ पानी से इसका सेवन करें 4.    सुबह शाम 200 ग्राम गाजर का रस पीने से अम्ल पित्त में आराम मिलता है 5.    अम्लपित्त की विकृति में सुबह शाम 1 लोंग    चबाकर खाने और पानी पीन

बरसात में 6 चीजें जो सेहत के लिए फायदेमंद है

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बरसात  में यह 6 चीजो  से सेवन  करना आपके लिए फायदेमंद है मानसून के दौरान पेट में कुछ चीजों को जरूर शामिल करें आप निरोग  रहेंगे व आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी बरसात में सेहत  साथ ही इस मौसम में होने वाले इन्फेक्शन से बचाव भी हो पाएगा यह 5 चीजें आसानी से आपके घर में या मार्केट में उपलब्ध हैं 1 तुलसी मानसून के दौरान रोज तुलसी की 3-4 पत्तियो का  सेवन किया जा सकता है इसमें एंटीवायरल एजेंट होते हैं एंटी ऑक्सीडेंट से भी भरपूर है इसे सलाद में काटकर भी खाया जा सकता है कर चीनी गुड़ के साथ दिखाया जा सकता है व तुलसी से बनी हर्बल टी भी पी सकते हैं जो कि  सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक है 2  लहसुन मानसून के मौसम में सुप बनाते समय उसमें सब्जियों के साथ साथ लहसुन की कुछ कलियां डाल दे लहसुन का एक गुण है कि यह  मनुष्य की रोग प्रतिरोधक   क्षमता  बढ़ाता है साथ ही  टॉक्सिंस दूर करने में मदद करता है आप लहसुन को सूखा भून कर यह सब्जी में मिलाकर मसालों के साथ भी उपयोग कर सकते हैं भुना हुआ  लहसुन भी बहुत फायदेमंद है 3  आम मानसून के मौसम में अपनी डाइट में आम की भरपूर मात्रा शामिल करें एंटी

ट्रैवलिंग में जाए तो अपने साथ जरूर रखें यह डिवाइस, कुछ ट्रैवल एक्सेसरीज बहुत सहायक हो सकती हैं, सफर में यह चीजें बहुत काम आएंगी

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वायरलेस स्ट्रीमिंग डोंगल गूगल क्रोमकास्ट बेजोड़ है टीवी से से और वाईफाई से कनेक्ट कर दें इंटरनेट की मदद से आप फोन या टेबलेट से टीवी प्रोग्राम को दिखाने में सहायक होगा यह बेहद उपयोगी साबित हो सकता है जब आप किसी दूसरे देश में कर रहे हो भाषा  अलग है अपने टीवी पर अपनी पसंद का कंटेंट ढूंढने में दिक्कत आ सकती है वायरलेस कनेक्ट होने के बाद आपका मनपसंद प्रोग्राम दिखाने में बहुत सहायक है ब्लूटूथ स्पीकर्स समय के साथ ब्लूटूथ स्पीकर का जमाना आ चुका है ब्लूटूथ स्पीकर की कामयाबी का एक कारण डिवाइस भी है कनेक्ट किया जा सकता है अब तो यह फीचर ब्लूटूथ डिवाइस स्पीकर डिवाइस साउंडवाइज में भी आने लगा है अगर आप ट्रैवलिंग के दौरान पसंदीदा म्यूजिक सुनना चाहते हैं तो अपने साथ यूटिट स्पीकर जरूर रखें जेबीएल स्पीकर, फिलिप्स,  बॉस आदि कई फेमस कंपनियां के स्पीकर मार्केट में उपलब्ध हैं इसके अलावा  लॉजिस्टिक का युद्ध खिलावन भी आपके सफर को यादगार बना सकता है मत करीब ₹14000 है पैसे खर्च नहीं करना चाहते तो 2000 से लेकर आपकी इच्छा अनुसार बहुत से अच्छे स्पीकर उपलब्ध है इन सभी ब्लूटूथ स्पीकर की बैटरी लाइफ बेह

माइग्रेन

माइग्रेन में सुबह से ही  सिर दर्द होता है और दोपहर तक बहुत ज्यादा दर्द होकर रोगी को बेचैन कर देता है  दर्द इतना तेज होता है कि रोगी बुरी तारा तड़प उठता है सूर्योदय के साथ प्रारंभ और  सूर्यास्त के साथ समाप्त होने वाले सिर दर्द को आधासीसी का दर्द कहते हैं एलोपैथी में इससे माइग्रेन कहा जाता है माइग्रेन में  मस्तिष्क के  दाएं या बाएं भाग में सिर दर्द होता है रोगी को रोशनी में ज्यादा सर दर्द होता है माइग्रेन में सर्दी लगने, जी मिचलाने ,उल्टी होने की इच्छा, और सिर में चक्कर आने के लक्षण भी दिखाई देते हैं पुरुषों की अपेक्षा  स्त्रियां इस रोग से अधिक पीड़ित होती है. तो आइए जान लेते हैं इसमें  बचाव के  घरेलू  नुस्खे 1.    30 ग्राम लहसुन  को पीसकर उसका रस निकाल ले और उस रस में पांच चुटकी हींग मिलाकर शीशी में भरकर रखें इस मिश्रण की एक - एक बूंद  नाक  मैं डालने से माइग्रेन का दर्द खत्म हो जाता है 2.    गाजर के पत्तों पर घी लगाकर  थोड़ा  सा  सेककर उसके रस की 2-2  बूंदे नाक में डालने पर छींके आने से सिर दर्द खत्म हो जाता है 3.     5 ग्राम लोंग को पानी के साथ पीसकर उसको हल्का सा गर्म क

तांबे के बर्तन में जल पीने के फायदे

तांबे को एक विशेष धातु माना जाता है प्राचीन काल से ही पीने के पानी के लिए तांबे का उपयोग किया जा रहा है तांबे के बर्तन में रात भर पानी रखने से,  तांबे के कुछ अंश उसमें भी आ जाते हैं जो शरीर को  फायदा पहुंचाते हैं  इसके साथ ही कई तरह की बीमारियां और परेशानियां भी दूर होती हैं चिकित्सा प्रणाली में कहा गया है कि तांबे के बर्तन में रखा गया पानी शरीर के वात कफ पित्त को संतुलित करता है  इसे ताम्र जल कहा जाता है तांबे के पात्र में कम से कम 8 घंटे रखने के बाद ही पानी पीना चाहिए तभी अधिक लाभ हो सकता है में दो या तीन बार भी इसका सेवन पर्याप्त होता है बाकी दिन भर सादे पानी भी पिया जा सकता है ताम्र  जल के फायदे कई हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि रोजाना 1 लीटर पानी में 2 मिलीग्राम तक तांबे का सेवन शरीर के लिए काफी अच्छा है अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार तांबे के बर्तन में कई घंटों तक रखा गया पानी तांबे का एक हिस्सा अवशोषित कर लेता है इस पानी से बहुत से फायदे और विशेषताएं होती हैं यह दिमाग को तेज इत करता है हमारा दिमाग इंपल्स  साइन एप्स  से होकर  एक  न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन में जाते

खांसी सामान्य है तो हम जानेंगे इसके 7 घरेलू उपाय

खांसी किसी भी मौसम में बड़े को खासी हो सकती है इसकी उत्पत्ति जीवाणुओं के संक्रमण से होती है अगर यह सिर्फ 1 हफ्ते तक रहे तो यह सामान्य खांसी का रूप होती है यह 1 हफ्ते से अधिक हो गया है तो फिर आपको चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए . अगर खांसी सामान्य तो हम जानते हैं इसके कुछ घरेलू उपाय....... 1. 5 ग्राम अदरक का रस 3 ग्राम शहद मिलाकर चाटने से खांसी में आराम मिलता है 2. 2 ग्राम हल्दी के चूर्ण में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर मुंह में डालकर ऊपर से हल्का गर्म पानी पीने से खांसी से छुटकारा मिलता है 3. तुलसी के पत्तों के 3 ग्राम रस में मिश्री मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है 4. बच्चों को खांसी होने पर उनके छाती और पीठ पर कपूर को तेल में मिलाकर मालिश करने से शांत हो जाती है 5. तुलसी की मंजरी, शॉर्ट, प्याज का रस इन तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर शहद मिलाकर सेवन करने से शांत हो जाती है 6. आधा चम्मच अदरक का रस और आधा चम्मच शहद को मिलाकर चाटने से भी खांसी में आराम मिलता है 7. 2 लोंग को भुज कर खाने से भी खांसी में आराम मिलता है

घरेलू नुस्खे हैं जिनका उपयोग कर आप सर्दी जुखाम से अपना बचाव कर सकते हैं

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मौसम के बदलने से लापरवाही से किसी भी छोटे बड़े को जुखाम हो सकता है बर्फीली हवा के प्रकोप से वर्षा ऋतु में अधिक  भीगने से होता है जुखाम होने पर बार बार छींक आती हैं और नाक से स्त्राव होने लगता है इसमें सिर दर्द भी होता है और हल्का बुखार भी रहता है अभी वर्षा ऋतु चल रही है यह समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को हो रही है तो आइए जानते हैं मैं तो उससे   बचाव के उपाय- 1. कलौंजी का बारीक चूर्ण जैतून के तेल में मिलाकर कपड़े द्वारा छानकर बूंद बूंद नाक में  डालने से छींक नष्ट होती है और सर्दी में आराम लगता है. 2. गज पिपली का चूर्ण बनाकर  3 ग्राम चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से जुखाम में आराम  होता है 3.   50  ग्राम  चनों को एक कपड़े में बांधकर पोटली बनाएं और इस पोटली को हल्का सा   सेक कर नाक पर रखकर सूंघने से बंद नाक खुल जाने से सांस लेने में होने वाली कठिनाई समाप्त होती है 4.   नींबू को गर्म   राख मैं 30 मिनट दबाकर रखें  फिर  इस नींबू को काटकर  उस का रस पीने से जुकाम नष्ट हो जाता  है 5.   नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें किसी साफ कपड़े में लगा कर उसे सूंघने से  छीके के

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से स्नान के बाद भोजन शरीर के लिए पुष्टि वर्धक है

हिंदू धर्म मैं बिना स्नान किए भोजन कर रहा हूं वर्जित बताया गया है अनुसार स्नान कर पवित्र होकर ही भोजन करना चाहिए बिना स्नान किए भोजन करना पशुओं के समान है    और  पवित्र नहीं माना  गया है तथा ऐसा करने से देवी देवता प्रसन्न  नहीं होते। हालांकि वर्तमान समय में इन बातों पर गौर नहीं किया जाता लेकिन इस तथ्य के पीछे ना सिर्फ धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है br /> वैज्ञानिकों के अनुसार शरीर  के प्रत्येक भाग को उनके बाद नए जीवन की प्राप्ति होती है वैज्ञानिक दृष्टिकोण में शरीर में पिछले दिन का एकत्र सभी प्रकार का महल स्नान व भंजन से साफ हो जाता है शरीर में एक नई ताजगी व स्फूर्ति आ जाती है जिससे स्वाभाविक रूप से भूख लगती है उस कर रहे से भोजन का रस शरीर के लिए  पुष्टि वर्धक होता है जबकि स्नान करने से पूर्व खाना खाने से पेट की  अग्नि उसे पचाने में लग जाती है खाना खाने के बाद नहाने से शरीर ठंडा हो जाता है जिससे पेट की पाचन क्रिया मंद पड़ जाती है हमारा आंत्रशोथ कमजोर होता है कब्ज की शिकायत रहती है  अन्य प्रकार के रोग हो जाते हैं आवश्यक हो तो गन्ने का रस पानी दूध फल व औषधि स

चिंता छोड़िये और अपनी ऊर्जा शक्ति को सही दिशा में इस्तेमाल करे

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विचारों और प्रतिक्रियाओं को  हम व्यर्थ ही नष्ट कर देते हैं ऊर्जा इसे शक्ति में बदलने की कोशिश करें। कोई भी इंसान बहुत एक अध्यात्मिक या किसी भी स्तर पर कितना आगे जा सकता है यह बुनियादी तौर से इस बात पर निर्भर करता है कि अपने भीतर मौजूद ऊर्जा की कितनी मात्रा use कर सकता है  यहां बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनके पास काफी ऊर्जा है लेकिन उनके भीतर इतना विवेक या फिर सिस्टम नहीं है कौशल नहीं है जिससे वह शक्ति का सही इस्तेमाल कर सकें आपके अंदर शक्ति कितनी सक्रिय है इससे ना सिर्फ आपके जीवन की तीव्रता या गहराई तक होती है बल्कि आप जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कितने प्रभावशाली होंगे यह बताया होता है br /> अगर हम चिंतन करते हैं तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए तो बुरा होता ही है साथ ही साथ इसे थकान होती है जीवन में जहां भौतिक रूप से और पेशेवर तौर पर सफल होना जरूरी है आध्यात्मिक रूप से सफल होना ज्यादा जरूरी है मगर इसके लिए भी आपको कुछ खास तरह की निजी शक्ति चाहिए अगर वह शक्ति पाना है तो आपको अपनी उर्जा व समझदारी से इससे अति आवश्यक है समझदारी बुद्धिमानी व जरूरी साधना की मदद से उर्जा को जा सकता

बीमा प्लान बच्चो की शिक्षा के लिए आज की ज़रूरत

स्कूल खुलने का समय आ चुका है और अभिभावक फीस भरने के लिए बाध्य हैं आज की फीस की हालत देखकर भविष्य की कल्पना की जा सकती है बच्चों और उनकी शिक्षा के लिए बहुत जरूरी कंपनी इंश्योरेंस के एक अध्ययन के मुताबिक बाजार में बिकने वाले बिना प्लान में पर परसेंट लोगों की प्राथमिकता चाइल्ड एजुकेशन प्लान है चाइल्ड प्लान 9 सिर्फ जरूरत है बल्कि निवेशकों का झुकाव भी बड़ा है इस निवेश से न सिर्फ बच्चे का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है बल्कि अच्छा खासा टैक्स भी बचाया जा सकता है इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले  जॉर्ज राइडर्स गारंटीड रिटर्न जैसी कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है ध्यान रखने योग्य बातें इन प्लान के बीमा विकल्प के तहत माता पिता के ना रहने की सूरत में प्रीमियम आफ की जाने की सुविधा मिलती है किसी असमय घटना के चलते यदि बच्चे के अभिभावक को कुछ हो जाता है बच्चे को इतनी पूंजी  निश्चित होती है जिसमें उसकी पढ़ाई के खर्चे पूरे हो सकते हो हर बच्चे को मेजॉरिटी की राशि मिलती ही है इसमें निवेश के फायदे मिलने का भी भरोसा होता है इसके तहत माता-पिता अपनी मर्जी  प्लान के अनुसार पैसा निवेश करते हैं एक लि

रविंद्र जडेजा एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर

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रविंद्र जडेजा एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है आज हम बात कर रहे हैं रविंद्र जडेजा के बारे में जो एक अच्छे बल्लेबाज के साथ साथ एक स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं रविंद्र जडेजा का जन्म  गुजरात के जामनगर में 6 दिसंबर 1988 को हुआ    इनके पिता जी का नाम अनिरुद्ध सिंह जडेजा है तथा माता का नाम स्वर्गीय लता जडेजा है रविंद्र कि पिता अनुरोध एक निजी सुरक्षा एजेंसी में है और वह चाहते थे कि  रविंद्र भी सेना में आए  पर रविंद्र की रुचि तो क्रिकेट में थी  रवींद्र के परिवार में उनके माता-पिता के अलावा उनकी बहन है जिसका नाम है नैना नर्स और रविंद्र की पत्नी का नाम है रीवा सोलंकी और उनकी बेटी है जिनका नाम है  निधियाना  अब बात कर रहे हैं रविंद्र के क्रिकेट करियर के बारे में रविंद्र ने 2005 में 16 साल की उम्र में अंडर-19 के लिए अपना पहला मैच खेला था रविंद्र जडेजा को श्रीलंका में 2006 के अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया था अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत रविंद्र ने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच खेलकर की थी उनका पहला t20 मैच भी श्रीलंका के खिलाफ थी 10 फरवरी 2009 को खेला गया

दुनिया मे सबसे तेज़ दिमाग अनुष्का का है जो भारतीय मूल की है

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इंटेलिजेंस कोटिएंट की मदद से लोगों की बुद्धिमता को परखा जाता है और अभी दुनिया में जो सबसे तेज दिमाग निकला वह भारतीय मूल की बच्ची का जिसका नाम है अनुष्का दिक्षित  मात्र 6 महीने की उम्र में ही बोलने लगी थी इन्होंने 1 साल की उम्र में नाम याद कर लिए मुल्की इंग्लैंड में रहने वाली अनुष्का दिक्षित सिर्फ 11 वर्ष की है और इन्होंने पूरा पीरियोडिक टेबल 40 मिनट में याद कर लिया और यह आई क्यू टेस्ट में सर्वाधिक संभव अंक हासिल कर 162 अंक पाए हैं कहा जाता है कि अनुष्का का दिमाग अल्बर्ट आइंस्टाइन और स्टीफन हॉकिंग से भी तेज है अनुष्का के परिवार में उनकी मां और उनके पिताजी हैं उनकी मां आरती हाउसवाइफ है और उनके पापा प्रवर्तन अधिकारी हैं अनुष्का बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहते हैं और उन्हें डांस  और कविताओं   मैं भी रुचि है

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के अंतिम दो मुकाबले आज शनिवार को होंगे पहला मैच भारत और श्रीलंका के बीच होगा जबकि पूरा मैच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच

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क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के अंतिम दो मुकाबले आज शनिवार को  होंगे पहला मैच भारत और श्रीलंका के बीच होगा जबकि पूरा मैच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच होगा दोनों मैच के बाद टूर्नामेंट का  नंबर वन नंबर दो का फैसला  होगा । ऑस्ट्रेलिया मैच जीत लेता है  तो  वह टेबल में टॉप पर रहेगा यदि वह हार जाता है और  टीम इंडिया इंडिया मैच जीत लेती है तो वह टॉप पर पहुंच जाएगी यदि दोनों टीमें अपना मैच हार जाती हैं तो ऑस्ट्रेलिया ही टॉप पर रहेगा सेमीफाइनल में टूर्नामेंट के नंबर वन टीम नंबर 4 न्यूजीलैंड से भिड़ेगी 2 टीम इंग्लैंड से होगा  आज भारत का मुकाबला  श्री लंका से होने जा रहा है श्रीलंका की टीम केवल एक शतक के साथ वर्ल्ड कप का सफर कर पाई है उसके खिलाड़ी अब तक  यह कारनामा कर पाए हैं वहीं पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का टारगेट नंबर वन बने रहना है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की टीम लगातार चार मैच जीतकर भी सेमीफाइनल से बाहर हो गई है एक विश्व कप में सर्वाधिक का रिकार्ड ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज गेंदबाज  जिनका नाम  ग्लेन मैक्ग्रा है वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप में 26 विकेट हासिल किए

लहसुन रासायनिक तत्वों से भरपूर होने के कारण अनेक रोग विकारों को नष्ट करके रक्षात्मक शक्ति प्रदान करता है आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों में लहसुन के विभिन्न गुणों का वर्णन करते हुए लहसुन को गुणकारी रसायन बताया गया है

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लहसुन के सेवन से पाचन क्रिया के प्रबल होने के साथ ही साथ शारीरिक निर्बलता नष्ट होती है  यह नपुंसकता को नष्ट करने में भी सहायक है शरीर में निरोधक क्षमता के साथ साथ सौंदर्य को बढ़ाता है स्त्रियों को भी लहसुन बहुत अधिक लाभ पहुंचाता है लहसुन के पौधे एक डेढ़ फुट तक ऊंचे होते हैं यह  जमीन के अंदर होता है व जमीन के ऊपर उसके पत्ते दिखाई देते हैं इसमे बहुत सी फलिया होते हैं लहसुन सफेद और लाल रंग का होता है सब्जियों में लहसुन खाने के रूप में होता है  वायु विकार नष्ट करता है गठिया संधि शोथ सेप लहसुन का सेवन करने से बहुत लाभ होता हगोभी अरबी  के कारण शूल से पीड़ित होने वाले व्यक्ति को लहसुन का सेवन करने से बहुत लाभ होता है लहसुन के रस में दीक्षा, कड़वा ,खरा मधुर 5 तरह के रसों का समावेश होने से यह बहुत ही गुणकारी कारी होता है यह  वात पित्त कफ के विकारों को नष्ट कर देता है उच्च रक्तचाप के रोगी को लहसुन के सेवन से बहुत लाभ होता है .< p dir="ltr">लहसुन के गुणकारी औषधीय उपयोग वह जानकारी लहसुन को पीसकर दूध में मिलाकर सेवन करने से उच्च रक्तचाप में बहुत लाभ होता है हम को पीसकर द

बारिश के साथ मलेरिया आएगा ही ऐसे करें बचाव

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बारिश के कदम रखते ही सबसे पहले जिस बीमारी का जिक्र आता है वह है मलेरिया यह मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से एक व्यक्ति दूसरा व्यक्ति तक फैलती है है क्या है मलेरिया के लक्षण. मलेरिया के लक्षण मच्छर काटने के 10 दिन बाद दिखने लगते हैं यह लक्षण शुरू से मिलते जुलते होते हैं जैसे ठंड लगना बुखार पसीना आना सिर दर्द मतली यादी इसलिए अक्सर लोग आम फ्लू समझ कर इसकी अनदेखी कर देते हैं पता चलता है तब तक संक्रमण बहुत ज्यादा बढ़ चुका होता है मलेरिया डायग्नोसिस ब्लड टेस्ट द्वारा किया जा सकता है बचाव के उपाय अपने आप को मच्छरों से बचाकर मलेरिया से बच सकते हैं यहां बता रहे हैं वह सामान लेकिन प्रभावी उपाय मास्कक्यूटो रिप्लांट क्रीम का इस्तेमाल करें हाथ में मास्कक्यूटो कॉइल या वेपराइजर का यूज करें अपने पैरों को यथावत ढक कर रखें सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें अपने आसपास सफाई रखें और पानी जमा न होने दें मच्छरों से होने वाली अन्य बीमारियां येलो फीवर इसमें खासकर और अब सहारा देशों में हर साल करीब 200000 लोग प्रभावित होते हैं व्यक्ति में इस वायरस के संक्रमण का पता कुछ दिन बाद ही चलता है इसके करीब