लहसुन रासायनिक तत्वों से भरपूर होने के कारण अनेक रोग विकारों को नष्ट करके रक्षात्मक शक्ति प्रदान करता है आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों में लहसुन के विभिन्न गुणों का वर्णन करते हुए लहसुन को गुणकारी रसायन बताया गया है

लहसुन के सेवन से पाचन क्रिया के प्रबल होने के साथ ही साथ शारीरिक निर्बलता नष्ट होती है  यह नपुंसकता को नष्ट करने में भी सहायक है शरीर में निरोधक क्षमता के साथ साथ सौंदर्य को बढ़ाता है स्त्रियों को भी लहसुन बहुत अधिक लाभ पहुंचाता है

लहसुन के पौधे एक डेढ़ फुट तक ऊंचे होते हैं यह  जमीन के अंदर होता है व जमीन के ऊपर उसके पत्ते दिखाई देते हैं इसमे बहुत सी फलिया होते हैं लहसुन सफेद और लाल रंग का होता है

सब्जियों में लहसुन खाने के रूप में होता है  वायु विकार नष्ट करता है गठिया संधि शोथ सेप लहसुन का सेवन करने से बहुत लाभ होता हगोभी अरबी  के कारण शूल से पीड़ित होने वाले व्यक्ति को लहसुन का सेवन करने से बहुत लाभ होता है लहसुन के रस में दीक्षा, कड़वा ,खरा मधुर 5 तरह के रसों का समावेश होने से यह बहुत ही गुणकारी कारी होता है यह  वात पित्त कफ के विकारों को नष्ट कर देता है उच्च रक्तचाप के रोगी को लहसुन के सेवन से बहुत लाभ होता है

.< p dir="ltr">लहसुन के गुणकारी औषधीय उपयोग वह जानकारी

लहसुन को पीसकर दूध में मिलाकर सेवन करने से उच्च रक्तचाप में बहुत लाभ होता है हम को पीसकर दूध में मिलाकर सेवन करना अच्छा नहीं लगता हो तो लहसुन की कलियां दूध के साथ निगल सकते हैं जय बहुत ही लाभदायक है

लहसुन और तुलसी के पत्तों का रस पांच 5 ग्राम मात्रा में मिलाकर उसमें सोंठ का चूर्ण 2 ग्राम और थोड़ा सा काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर सेवन करने और गाय का दूध पीने से शीत ऋतु में शाय से मुक्ति मिलती है

लहसुन अदरक हरे धनिए में सेंधा नमक डालकर चटनी बनाएं , चटनी के सेवन से भोजन के प्रति अरुचि नष्ट होती है पाचन क्रिया तीव्र होने से अधिक भूख लगती है चटनी भी बहुत ही स्वादिष्ट होगी अगर  इसमें नींबू का रस मिला दिया जाए

लहसुन के रस में जैतून का तेल मिलाकर काली खांसी से पीड़ित बच्चों को वक्ष स्थल पर मरने से बहुत लाभ होता है और खांसी का प्रकोप भी कम हो जाता है किंतु यह सब चिकित्सक के परामर्श के बाद ही करना चाहिए

लहसुन का रस सेवन करने से मूत्र के साथ अनेक दूसरे तत्व निकल जाते हैं जलोदर के रोगियों को बहुत लाभ होता है

लहसुन के सेवन से श्वास नलियो में एकत्रित तत्व सरलता से निष्कासित होता है कसम से बहुत लाभ होता है

दांत में कीड़ा लगने से तीव्र शूल होने पर लहसुन के रस को लगाने से आराम मिलता है

लहसुन के रस में मधु मिलाकर सेवन करने से कृमि नष्ट होते हैं पौष्टिक होने के कारण नपुंसकता को नष्ट करता है

वह इंसान को पुष्ट बनाता है शीत ऋतु में लहसुन का सेवन करने से कमर का दर्द नष्ट होता है

लहसुन को पीसकर कान के पीछे लेप करने से आधासीसी का सिर दर्द नष्ट होता है लहसुन की कलियों को घी में भूनकर उसमें अदरक का रस और सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से विकार नष्ट होते हैं पेट का दर्द वायु आदि विकार आदि भी नष्ट होते हैं

लहसुन का सेवन करने से पक्षाघात के रोगी को लाभ होता है रक्त का संचार बना देता है संदेश उल व शोध में लहसुन के तेल की मालिश से लाभ होता है

इस प्रकार इसके बहुत से औषधीय जिनका हम घरेलू उपचार कर सकते हैं कि और स्थाई रोगों के लिए हमें डॉक्टर का परामर्श अवश्य लेना चाहिए तभी हमें प्रकार की औषधि का सेवन करना चाहिए। Babycare

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