माइग्रेन


माइग्रेन में सुबह से ही  सिर दर्द होता है और दोपहर तक बहुत ज्यादा दर्द होकर रोगी को बेचैन कर देता है  दर्द इतना तेज होता है कि रोगी बुरी तारा तड़प उठता है सूर्योदय के साथ प्रारंभ और  सूर्यास्त के साथ समाप्त होने वाले सिर दर्द को आधासीसी का दर्द कहते हैं एलोपैथी में इससे माइग्रेन कहा जाता है

माइग्रेन में  मस्तिष्क के  दाएं या बाएं भाग में सिर दर्द होता है रोगी को रोशनी में ज्यादा सर दर्द होता है माइग्रेन में सर्दी लगने, जी मिचलाने ,उल्टी होने की इच्छा, और सिर में चक्कर आने के लक्षण भी दिखाई देते हैं पुरुषों की अपेक्षा  स्त्रियां इस रोग से अधिक पीड़ित होती है.

तो आइए जान लेते हैं इसमें  बचाव के  घरेलू  नुस्खे


1.    30 ग्राम लहसुन  को पीसकर उसका रस निकाल ले और उस रस में पांच चुटकी हींग मिलाकर शीशी में भरकर रखें इस मिश्रण की एक - एक बूंद  नाक  मैं डालने से माइग्रेन का दर्द खत्म हो जाता है


2.    गाजर के पत्तों पर घी लगाकर  थोड़ा  सा  सेककर उसके रस की 2-2  बूंदे नाक में डालने पर छींके आने से सिर दर्द खत्म हो जाता है


3.     5 ग्राम लोंग को पानी के साथ पीसकर उसको हल्का सा गर्म करके कनपटी  पर लेप करने से आधे सिर का दर्द नष्ट हो जाता  है



4.     तंबाकू के  पत्ते  10 ग्राम,  लोंग 10 ग्राम  दोनों को पानी के साथ पीसकर   माथे पर लेप करने से  आधे सिर का दर्द नष्ट होता  है


5.      25 ग्राम चावल की खील को प्रातः काल शहद में मिलाकर खाने से सिर दर्द में बहुत लाभ होता है


6.    धनिया और   सौंफ को 55 ग्राम लेकर पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर उसमें 5 ग्राम मिसरी मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से आधे सिर का दर्द नष्ट हो जाता है इसे सुबह दोपहर और शाम को 3-3 ग्राम पानी के साथ सेवन करें


7.    काली मिर्च और मिश्री  को 10- 10 ग्राम लेकर उसको चूर्ण बनाकर जल के साथ सुबह सेवन करने से आधे सर का दर्द खत्म हो जाता है

8.     सूर्योदय से पहले गरम गरम जलेबी खाने और द��

Comments

Popular posts from this blog

लहसुन रासायनिक तत्वों से भरपूर होने के कारण अनेक रोग विकारों को नष्ट करके रक्षात्मक शक्ति प्रदान करता है आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों में लहसुन के विभिन्न गुणों का वर्णन करते हुए लहसुन को गुणकारी रसायन बताया गया है