खांसी से सुरक्षा के कुछ घरेलु सुझाव या टिप्स -हेल्थ की कलम से

खांसी से सुरक्षा के कुछ घरेलु सुझाव या टिप्स -हेल्थ की कलम से

हेल्थ की कलम से मे आपका स्वागत है दोस्तो,

छोटे बच्चों को किसी भी मौसम में खासी हो जाना एक साधारण बात है  अधिकतर खांसी होने पर स्कूल जाने वाले बच्चे पीड़ित होते हैं व मांबाप परेशान ठंडी में तो ठंड लगने से खांसी होती है और बाकी मौसमों में भी  इनफेक्शन की वजह से खांसी होती है

खाँसी-हेल्थ की कलम से

गर्मियों में बाहर से धूप से आकर अचानक ठंड पानी पी लेने से और बाहर की चाट पकौड़े खाने से का संक्रमण आ जाता है

ठीक से हाथ न धोना , मोबाइल को खासकर दूसरा का मोबाइल छूने से भी संक्रमण हो सकता है।

खांसी होने पर बच्चों को बहुत पीड़ा होती है देर तक खाने से पेट में दर्द होने लगता है अगर बच्चों को खांसी आए तो उन्हें धूल मिट्टी व धूए सुरक्षित रखें

आइए बात करते हैं इससे निजात पाने के घरेलू  उपाय


.    अदरक के 3 ग्राम रस में शहद मिलाकर कुछ चाटने से कुश तुरंत आराम मिलता है इसके बाद थोड़ी देर पानी न दे। भले ही पहले दे सकते है।

.   तुलसी के पौधे की पत्ती को पीसकर  प्याज का रस और  सोंठ  का बारीक चूर्ण शहद में मिलाकर  बच्चे को दिन में दो-तीन बार चटाने से खांसी में आराम मिलता है

.     तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर,  उसमें मिश्री मिलाकर दिन में एक दो बार चटाने से खांसी में आराम मिलता है

 5 ग्राम अदरक का रस और शहद में मिलाकर चटाने से भी खांसी में आराम मिलता है

.      एक कच्ची लोंग और एक  भूनी  लोंग  दोनों को मिलाकर एक साथ खाने से भी  खांसी मै आराम मिलता है

.    बच्चों को खांसी होने पर छाती और कमर पर कपूर को पीसकर  तेल में मिलाकर मालिश करने से खांसी में आराम मिलता है


.   मुलैठी की लड़की का छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखकर चूसने से भी खांसी में आराम मिलता है

.     काली मिर्च और सोठ को बराबर मात्रा में लेकर कूट पीसकर चूर्ण बनाकर रखें और  इस चूर्ण को 2 ग्राम शहद में मिलाकर दिन में दो-तीन बार इसका सेवन करने से खासी में आराम मिलता है

यह उपाय बहुत अधिक   खांसी मैं जब किए जा सकते हैं जब हमारे पास कोई साधन नहीं है हमारे बुजुर्ग हमेशा से ही यहां घरेलू चीजों पर विश्वास करते हैं इसलिए उपरोक्त चीजों से आराम लग सकता है

इतना होने पर भी आराम ना लगे डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए क्योंकि 1 हफ्ते से ज्यादा की कहां से आज के समय में गंभीर भी हो सकते हैं इसलिए इसे अनदेखा ना कर थे डॉक्टर से मिलना चाहिए।

आशा है  आपको हेल्थ टिप्स का  हेल्थ की कलम से कॉलम पसंद आया होगा। एक हेल्थ टॉपिक के साथ हम फिर उपस्थित होंगे धन्यवाद।

Comments